हरियाणा के पानीपत जिले में इन दिनों विकास और मूलभूत सुविधाओं के नाम पर जो गोलमाल हो रहा है, उसकी कोई सुध नहीं ले रहा। शहर के वार्ड 20 के शांति नगर में काफी जद्दोजहद करने के बाद एक माह पहले ही सड़कें बनी थी। अभी इन सड़कों को लोगों ने इस्तेमाल करना शुरू ही किया था कि इसी बीच इन सड़कों को फिर से उखाड़ दिया गया है। इन सड़कों को अडानी गैस कंपनी उखाड़ रही है। हैरत की बात यह है कि इस गोलमाल का विरोध सिर्फ वार्ड पार्षद लोकेश नांगरू कर रहे हैं, बाकी सभी जिम्मेदार मौन हैं।
इससेआहत पार्षद कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर करवाने की तैयारी में है। इससे पहले भी नांगरू कंपनी के तीन अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर करवा चुके है। पिछले साल भी कंपनी ने वार्ड 20 व 21 की 82 से ज्यादा सड़कों को उखाड़ दिया था और उस समय दोबारा सड़कों पर पेंचवर्क तक नहीं किया। जिसके बाद पार्षदों ने कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर करवाई थी। अब फिर से एक माह पहले बनी सड़क को उखाड़ दिया गया। इसमें पार्षद ने आरोप लगाया कि कंपनी सड़कों को उखाड़ तो देती है, लेकिन इसे ठीक नहीं कर रही।
घरों के पीने की पाइपलाइन और सीवर लाइन भी टुटे
लोकेश नांगरू ने बताया कि मॉडल टाउन, विराट नगर, हिमांशु नर्सरी, शांति नगर व आसपास के एरिया की ज्यादातर सड़कें एक साल पहले ही नए सिरे से बनवाई हैं। इसमें एक माह पहले ही शांति नगर की वी सड़कें बनी थी, जिन्हें अब गैस कंपनी उखाड़ रही है। अब इनके उखड़ने से राहगीरों का आना जाना तो मुश्किल हो ही गया है साथ ही जेसीबी व अन्य मशीनें चलने से लोगों के घरों के पीने के पानी वाले पाइप व सीवर लाइन भी टूट गई हैं।
इससे परेशानी और भी ज्यादा बढ़ गई है। कंपनी वार्ड में जगह-जगह पांच से छह फीट तक गहरे गड्ढे खोद रही है। इन गड्ढों को कब तक भरा जाएगा, इसका कोई पता नहीं है। इससे छोटे-छोटे बच्चों के गड्ढे में गिरने का डर बना रहता है।