हरिद्वार जेल में बंद वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई के लिए 27 फरवरी को हरिद्वार के सर्वानंद घाट से शुरू हुई साधु-संतों की पदयात्रा 7 मार्च को गाजियाबाद में पहुंची। यह पदयात्रा 8 मार्च को दिल्ली के राजघाट पहुंचेगी, जहां गांधी समाधि के समक्ष आमरण अनशन शुरू होगा। इससे पहले साधु-संतों ने गाजियाबाद के श्री दूधेश्वरनाथ मठ में महादेव की पूजा-अर्चना की। आपको बता दें कि हरिद्वार धर्म संसद में हेट स्पीच पर वसीम रिजवी 13 जनवरी से जेल में बंद हैं, जबकि इसी मामले में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि को जमानत मिल चुकी है।
नरसिंहानंद गिरि ने कहा- वसीम रिजवी हिन्दुओं को बचाने के लिए बरबाद हुए
पदयात्रा लेकर आ रहे डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर एवं जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने इस मौके पर कहा कि हिन्दुओं की घटती जनसंख्या ने विश्व को खतरे में डाल दिया है। अब यह तय हो चुका है कि 2029 तक भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम होगा। उन्होंने कहा कि भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम बनने से बड़ी संख्या में हिन्दुओं का नरसंहार और जबरन धर्म परिवर्तन होगा। बहुत कम संख्या में हिन्दू बचेंगे जो विदेशों में या फिर शरणार्थी शिविर में रहेंगे। गिरि ने कहा कि इस महाविनाश को टालने के लिए हिन्दुओं को अपनी जनसंख्या बढ़ाकर अपने परिवारों को मजबूत करना होगा। इसके अलावा अब कोई रास्ता नहीं बचा है।
नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी सिर्फ हिंदुओं को बचाने के लिए बरबाद हुए हैं। उन्होंने जो सत्य पूरी दुनिया के सामने रखा है, वह पिछले 1400 साल में किसी ने नहीं कहा। हम उनके सम्मान के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे।
‘हिन्दु बाहुल्य न रहने पर भारत की मानवता को खतरा’
स्वामी अमृतानंद ने कहा, केवल हिन्दु बाहुल्य होने कर कारण ही भारत धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश है। जिस दिन भारत हिन्दू बाहुल्य नहीं रहेगा, उस दिन न तो लोकतांत्रिक रहेगा और न ही धर्मनिरपेक्ष। बल्कि हिन्दू बाहुल्य न रहने पर भारत सम्पूर्ण मानवता का सबसे बड़ा खतरा होगा। इस मौके पर नीरज त्यागी, अक्षय त्यागी, सेवाराम त्यागी, संजय त्यागी, बिजेंद्र त्यागी, मुकेश त्यागी, नरेंद्र त्यागी आदि मौजूद रहे।